मातृ शारदा ज्ञान-प्रेम बन
मातृ शारदा ज्ञान-प्रेम बन
(चौपाई)
आओ माँ श्री ज्ञान-प्रेम बन।
रहो हृदय में मातृ रतन धन।।
शिक्षा-दीक्षा देती रहना।
कलुषित मन को निर्मल करना।।
पापी मन को शुद्ध करो माँ।
तम अवयव अवरुद्ध करो माँ।।
आत्मज्ञान बनकर माँ आओ।
प्रेम पंथ की राह बताओ।।
परम तत्व का मर्म बताओ।
मातृ शारदे! धर्म सिखाओ।।
प्रीति लोक आलोकित कर दो।
मन को सहज आलौकिक कर दो।।
बुद्ध बनाओ राम बनाओ।
सदा कृष्ण की राह दिखाओ।।
लिख कर दो आदर्शवाद को।
उत्तम पावन-प्रेमवाद को।।
ज्ञानवाद संवाद सुखद दो।
हर लो माँ श्री तिमिर दुःखद को।।
ज्ञान-प्रेम का देवालय दो।
सहज विवेक -स्नेह आलय दो।।
Gunjan Kamal
17-Dec-2022 05:12 PM
शानदार
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Sachin dev
17-Dec-2022 05:12 PM
Nice
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